जनता को मूरख समझे म प्र सरकार

जनता को मूरख समझे म प्र सरकार
शराबबंदी का ढोल पीटती बढ़े अवैध व्यापार
बढ़े अवैध व्यापार, ये कैसी शराबबंदी
कुछ धर्मस्थल छोड़ दिए, कुछ पर पाबंदी
पीने, रखने पर छूट, मगर हैं बेच नहीं सकते
सुरा प्रेमी अब खोजें, जहां से खरीद सकते
रेस्त्रां में भी मिल जाए, अब बियर और वाइन
गजब नियम सरकार बनाती, सोच है कितनी पावन