Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Jan 2025 · 1 min read

दुनिया की कोई दौलत फिर काम न आये

दुनिया की कोई दौलत फिर काम न आये
वक़्त की मुट्ठी से जब वक़्त सरक जाये
डाॅ फ़ौज़िया नसीम शाद

2 Likes · 40 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all

You may also like these posts

मेरा कल! कैसा है रे तू
मेरा कल! कैसा है रे तू
Arun Prasad
Life
Life
Dr Archana Gupta
सब व्यस्त हैं जानवर और जातिवाद बचाने में
सब व्यस्त हैं जानवर और जातिवाद बचाने में
अर्चना मुकेश मेहता
सुनो पहाड़ की.....!!! (भाग - ६)
सुनो पहाड़ की.....!!! (भाग - ६)
Kanchan Khanna
3386⚘ *पूर्णिका* ⚘
3386⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
"राहे-मुहब्बत" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
तेरी याद
तेरी याद
SURYA PRAKASH SHARMA
रोला छंद
रोला छंद
Sudhir srivastava
नाख़ूनों पर
नाख़ूनों पर
Akash Agam
तू राह है मेरी
तू राह है मेरी
Shinde Poonam
मज़हब नहीं सिखता बैर
मज़हब नहीं सिखता बैर
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
हमारा ऐसा हो गणतंत्र।
हमारा ऐसा हो गणतंत्र।
सत्य कुमार प्रेमी
महाकुंभ।
महाकुंभ।
Acharya Rama Nand Mandal
सुविचार
सुविचार
Sunil Maheshwari
साक्षात्कार - पीयूष गोयल
साक्षात्कार - पीयूष गोयल
Piyush Goel
बेज़ार होकर चले थे
बेज़ार होकर चले थे
Chitra Bisht
कैसे देख पाओगे
कैसे देख पाओगे
ओंकार मिश्र
ज़रूरत मतलब लालच और रिश्ते
ज़रूरत मतलब लालच और रिश्ते
Nitin Kulkarni
"रिश्तों के धागे टूट रहे हैं ll
पूर्वार्थ
কবিতা : আমাদের বিবেকানন্দ, রচয়িতা : সোহম দে প্রয়াস।
কবিতা : আমাদের বিবেকানন্দ, রচয়িতা : সোহম দে প্রয়াস।
Sohom Dey
समीक्षा- रास्ता बनकर रहा (ग़ज़ल संग्रह)
समीक्षा- रास्ता बनकर रहा (ग़ज़ल संग्रह)
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
ग़ज़ल
ग़ज़ल
प्रीतम श्रावस्तवी
आप या तुम
आप या तुम
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Oh life ,do you take account!
Oh life ,do you take account!
Bidyadhar Mantry
हम–तुम एक नदी के दो तट हो गए– गीत
हम–तुम एक नदी के दो तट हो गए– गीत
Abhishek Soni
सितम गुलों का न झेला जाएगा
सितम गुलों का न झेला जाएगा
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
आज नहीं तो कल निकलेगा..!
आज नहीं तो कल निकलेगा..!
पंकज परिंदा
"परचम"
Dr. Kishan tandon kranti
दीप
दीप
Neha
*खजाने की गुप्त भाषा(कहानी)*
*खजाने की गुप्त भाषा(कहानी)*
Ravi Prakash
Loading...