टुटे ख़्वाबों को पंख दे दो
टुटे ख़्वाबों को पंख दे दो
अरमानो की बस्ती में
उन्मुक्त गगन में उड़ने दो
बांधो न उनको कश्ती में
मुक्ति 🖋️
टुटे ख़्वाबों को पंख दे दो
अरमानो की बस्ती में
उन्मुक्त गगन में उड़ने दो
बांधो न उनको कश्ती में
मुक्ति 🖋️