“आजकल के युवाओं के हाथों में इतनी ताकत नहीं है, उन्हें उंगली

“आजकल के युवाओं के हाथों में इतनी ताकत नहीं है, उन्हें उंगली उठाने से पूर्व उंगली टूटने का डर रहता है।”
बिंदेश कुमार झा
“आजकल के युवाओं के हाथों में इतनी ताकत नहीं है, उन्हें उंगली उठाने से पूर्व उंगली टूटने का डर रहता है।”
बिंदेश कुमार झा