कौन है जिसको यहाँ पर बेबसी अच्छी लगी
हुईं मानवीय संवेदनाएं विनष्ट
आपस में अब द्वंद है, मिलते नहीं स्वभाव।
** सीने पर गहरे घाव हैँ **
रंग ही रंगमंच के किरदार होते हैं।
गंगा- सेवा के दस दिन (आठवां दिन)
Why did we have to lose a balloon when we were kids? Maybe i
तुझे देंगे धरती मां बलिदान अपना
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
हाइपरटेंशन(ज़िंदगी चवन्नी)
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
*जो सत्य सनातन का गायक, जो भगवा को लहराता है (राधेश्यामी छंद
प्यार से जो है आशना ही नहीं
माँ का आँचल जिस दिन मुझसे छूट गया
जबसे उनको रकीब माना है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"