कर्मयोगी करें इसकी व्याख्या।

कर्मयोगी करें इसकी व्याख्या।
पुरूषार्थ का क्या महत्व ऐसे में।।
मेहनती का जीवन दयनीय।
ठग, नेता क्यों फलते पैसे में।।
आचार्य शीलक राम
कर्मयोगी करें इसकी व्याख्या।
पुरूषार्थ का क्या महत्व ऐसे में।।
मेहनती का जीवन दयनीय।
ठग, नेता क्यों फलते पैसे में।।
आचार्य शीलक राम