Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
14 Jan 2025 · 1 min read

कर्मयोगी करें इसकी व्याख्या।

कर्मयोगी करें इसकी व्याख्या।
पुरूषार्थ का क्या महत्व ऐसे में।।
मेहनती का जीवन दयनीय।
ठग, नेता क्यों फलते पैसे में।।
आचार्य शीलक राम

Loading...