ज़िन्दगी से हाँ कोई कम तो नहीं
क्या सीत्कार से पैदा हुए चीत्कार का नाम हिंदीग़ज़ल है?
वंचित कंधा वर्चस्वित कंधा / मुसाफिर बैठा
* क्यों इस कदर बदल गया सब कुछ*
लड़के की मां के अपनी बेटी के प्रति प्रेम ,उसका अपने मायके मे
दर्शन एवं विज्ञान (Philosophy and Science)
साध्वी प्रमुखा-कनकप्रभा जी
वो ज़माना कुछ और था जब तस्वीरों में लोग सुंदर नही थे।
दुनिया में कहीं नहीं है मेरे जैसा वतन