है ऋषियों की यह तपोभूमि ,
है ऋषियों की यह तपोभूमि ,
यहां यज्ञ विधा का हुआ निर्गम,
है तीर्थों का राजा प्रयाग ,
जहां कलकल ध्वनियों का सरगम,
पटरानी हैं जो सप्तपुरी ,
उनका ये राजा है अनुपम।
ब्रह्मा की पड़ी पहली आहुति ,
जिसके अधिष्ठाता विष्णु स्वयं,
जहां माघ मास में प्रति संवत ,
संतो का होता है सत्संग,
है तीर्थो का राजा प्रयाग,
जहां कलकल ध्वनियों का सरगम।
अनामिका तिवारी” अन्नपूर्णा”✍️✍️