एक बात बोलू
एक बात बोलू
जिनको घुटने मोड़कर सोना आ गया, उनके लिए जीवन में कोई भी चादर छोटी नहीं पड़ती।
शिक्षा कहीं से भी प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन संस्कार सदा परिवार से ही मिलते है, इसलिए कहा जाता है, कि हमारे संस्कार बताते हैं, कि हम किस परिवार से हैं।
मनुष्य को हमेशा यह नही सोचना चाहिए की वो अपने जीवन में कितना खुश है, बल्कि यह सोचना चाहिये की उस मनुष्य की वजह से दूसरे कितने खुश है।
जितना आसान किसी की तरफ उंगली उठाना हैं, उतना ही मुश्किल हैं, किसी को उठाने के लिए उसकी उंगली पकड़ना..!!