Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Jan 2025 · 1 min read

करुण पुकार – डी के निवातिया

दिन दिनांक : मंगलवार, ०७ जनवरी-२०२५
विद्या : कविता
विषय : करुण पुकार
प्रसंग : द्रौपदी चीर हरण
मात्रा : १६, ( सोलह )

*** *** ***

राज सभा में वीर घने है
बाहुबली सब मौन धरे है,
चीर-हरण कुल वधु झेल रही,
लाज बचाने को चीख रही
करुण पुकार नयन भरे है,
पीड़ा इनकी कौन हरे है,
बैठे भुजबल सिर लटकाकर,
शब्द गले अपने अटकाकर,
आज सभी का ओज गया मर,
कृष्णा जीती कौन दया पर,
नारी तेरा अस्तित्व कच्चा,
इस जीने से मरना अच्छा,
पटरानी का ये हाल भया,
समझो राजा मर मान गया,
संकट भगिनी आज उतारो,
कान्हा आकर आप उबारो !!
***
स्वरचित: डी के निवातिया

91 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from डी. के. निवातिया
View all

You may also like these posts

मां रिश्तों में सबसे जुदा सी होती है।
मां रिश्तों में सबसे जुदा सी होती है।
Taj Mohammad
घर संसार का बिखरना
घर संसार का बिखरना
Krishna Manshi (Manju Lata Mersa)
आनंदानुभूति
आनंदानुभूति
Santosh kumar Miri
सनातन के महापर्व महाकुंभ का पहला अमृत स्नान, 14 जनवरी 2025 :
सनातन के महापर्व महाकुंभ का पहला अमृत स्नान, 14 जनवरी 2025 :
ललकार भारद्वाज
“सब्र”
“सब्र”
Sapna Arora
जब तुम छोटी थी
जब तुम छोटी थी
Jyoti Pathak
गाडगे पुण्यतिथि
गाडगे पुण्यतिथि
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
🙅सनद रहे🙅
🙅सनद रहे🙅
*प्रणय प्रभात*
अटल
अटल
राकेश चौरसिया
*बेटियाँ (गीतिका)*
*बेटियाँ (गीतिका)*
Ravi Prakash
लड़कों को एक उम्र के बाद
लड़कों को एक उम्र के बाद
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
बसंत पंचमी
बसंत पंचमी
Neha
यादें तुम्हारी... याद है हमें ..
यादें तुम्हारी... याद है हमें ..
पं अंजू पांडेय अश्रु
जीवन में जोखिम अवश्य लेना चाहिए क्योंकि सबसे बड़ा खतरा कुछ भ
जीवन में जोखिम अवश्य लेना चाहिए क्योंकि सबसे बड़ा खतरा कुछ भ
पूर्वार्थ देव
जन्मदिन मुबारक तुम्हें लाड़ली
जन्मदिन मुबारक तुम्हें लाड़ली
gurudeenverma198
स्वयं से परीक्षा
स्वयं से परीक्षा
Saurabh Agarwal
इंडिया दिल में बैठ चुका है दूर नहीं कर पाओगे।
इंडिया दिल में बैठ चुका है दूर नहीं कर पाओगे।
सत्य कुमार प्रेमी
जरूरत दोस्त की,समय पर होती है ।
जरूरत दोस्त की,समय पर होती है ।
Rajesh vyas
आज के समय में शादियों की बदलती स्थिति पर चिंता व्यक्त की है।
आज के समय में शादियों की बदलती स्थिति पर चिंता व्यक्त की है।
पूर्वार्थ
सुंदरता के मायने
सुंदरता के मायने
Surya Barman
ശവദാഹം
ശവദാഹം
Heera S
"ग़ज़ब की ख्वाहिश"
Dr. Kishan tandon kranti
नहीं खुलती हैं उसकी खिड़कियाँ अब
नहीं खुलती हैं उसकी खिड़कियाँ अब
Shweta Soni
गौरैया
गौरैया
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
मै पा लेता तुझे जो मेरी किस्मत करब ना होती|
मै पा लेता तुझे जो मेरी किस्मत करब ना होती|
Nitesh Chauhan
इस खुदगर्ज दुनिया में किसी गैर को,
इस खुदगर्ज दुनिया में किसी गैर को,
श्याम सांवरा
निजर न आवै बीर
निजर न आवै बीर
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
है सच्ची हुकूमत दिल की सियासत पर,
है सच्ची हुकूमत दिल की सियासत पर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*जिंदगी के  हाथो वफ़ा मजबूर हुई*
*जिंदगी के हाथो वफ़ा मजबूर हुई*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
Loading...