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4 Aug 2024 · 1 min read

जरूरत दोस्त की,समय पर होती है ।

जरूरत दोस्त की,समय पर होती है ।
परख अपने पराए की ,समय पर होती है ।।

अच्छे वक्त में देखा है भीड़ को आसपास ।
पीड़ाएं अकेले में, दुःख के समय पर होती है ।।
कवि राजेश व्यास “अनुनय”

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