काश
काश दौरे – इंसानियत फिर से हो जाये रोशन
काश संस्कृति का फिर से लहराए परचम l
काश संस्कारों से पोषित हो जाये हर एक शख्स
काश मुहब्बत के समंदर से ये दुनिया, फिर से हो जाये रोशन ll
अनिल कुमार गुप्ता अंजुम
काश दौरे – इंसानियत फिर से हो जाये रोशन
काश संस्कृति का फिर से लहराए परचम l
काश संस्कारों से पोषित हो जाये हर एक शख्स
काश मुहब्बत के समंदर से ये दुनिया, फिर से हो जाये रोशन ll
अनिल कुमार गुप्ता अंजुम