ज़िंदगी - बेवज़ह ही
Rekha Sharma "मंजुलाहृदय"
**** रक्षाबंधन का त्योहार आया ****
*परवरिश की उड़ान* ( 25 of 25 )
*लेखा सबका रख रहे, चित्रगुप्त भगवान (कुंडलिया)*
"अधूरा गीत" ग़ज़ल/गीतिका
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
सर्दी के हैं ये कुछ महीने
जो लड़ाई ना जीती जा सके बयानों से..
जो लिखा है वही , वो पढ़ लेगा ,
अर्ज़ है ... हर ज़ाम में डुबते है महफ़िल सजाने को , ये कह कर
हाथ की लकीरों में फ़क़ीरी लिखी है वो कहते थे हमें
UPSC-MPPSC प्री परीक्षा: अंतिम क्षणों का उत्साह
मिलती है जब ख़ुशी तुझे, मिलता मुझे भी खुशियाॅं अपार।