चाहतों का एक कारवाँ
चाहतों का एक कारवाँ, हो सके तो करो रोशन
रिश्तों का एक समंदर, हो सके तो करो रोशन ll
मुस्कुराहट के समंदर से, इस उपवन को हो सके तो करो रोशन
पीर दिलों की मिटाकर, हो सके तो जिंदगियों को करो रोशन ll
अनिल कुमार गुप्ता अंजुम
चाहतों का एक कारवाँ, हो सके तो करो रोशन
रिश्तों का एक समंदर, हो सके तो करो रोशन ll
मुस्कुराहट के समंदर से, इस उपवन को हो सके तो करो रोशन
पीर दिलों की मिटाकर, हो सके तो जिंदगियों को करो रोशन ll
अनिल कुमार गुप्ता अंजुम