Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Jan 2025 · 1 min read

★ख़्याल ए राकेश सर ★

काम बदलते हैं मगर साल नहीं। राकेश सर जैसे तो मेरे ख़्याल नहीं। इक बार पूंछा खुदा से कोई ऐसा कैसे हो सकता है मगर आप को देखने के बाद मेरे दिल में कोई मलाल नहीं । आदरणीय गुरूजी आपको नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं।।
★IPS KAMAL THAKUR★

Language: Hindi
38 Views

You may also like these posts

बदलते दौर में......
बदलते दौर में......
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
हालातों से युद्ध हो हुआ।
हालातों से युद्ध हो हुआ।
Kuldeep mishra (KD)
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
4078.💐 *पूर्णिका* 💐
4078.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
अपना गम देख कर घबरा गए
अपना गम देख कर घबरा गए
Girija Arora
मै ना सुनूंगी
मै ना सुनूंगी
भरत कुमार सोलंकी
यादों की शमा जलती है,
यादों की शमा जलती है,
Pushpraj Anant
सरफरोश
सरफरोश
Shekhar Chandra Mitra
माँ मैथिली आओर विश्वक प्राण मैथिली --- रामइकबाल सिंह 'राकेश'
माँ मैथिली आओर विश्वक प्राण मैथिली --- रामइकबाल सिंह 'राकेश'
श्रीहर्ष आचार्य
वक्त की रेत
वक्त की रेत
Surinder blackpen
अहंकार का पूर्णता त्याग ही विजय का प्रथम संकेत है।
अहंकार का पूर्णता त्याग ही विजय का प्रथम संकेत है।
Rj Anand Prajapati
बहुत जरूरी है तो मुझे खुद को ढूंढना
बहुत जरूरी है तो मुझे खुद को ढूंढना
Ranjeet kumar patre
मेरे मन के मीत
मेरे मन के मीत
Mamta Rani
हाथ पताका, अंबर छू लूँ।
हाथ पताका, अंबर छू लूँ।
संजय कुमार संजू
ब्राह्मण बुराई का पात्र नहीं है
ब्राह्मण बुराई का पात्र नहीं है
शेखर सिंह
તમે કોઈના માટે ગમે તેટલું સારું કર્યું હશે,
તમે કોઈના માટે ગમે તેટલું સારું કર્યું હશે,
Iamalpu9492
वह एक हीं फूल है
वह एक हीं फूल है
Shweta Soni
बुंदेली दोहा
बुंदेली दोहा
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
कितना अच्छा था बचपन
कितना अच्छा था बचपन
shabina. Naaz
घर-घर तिरंगा
घर-घर तिरंगा
संतोष बरमैया जय
होठों को रख कर मौन
होठों को रख कर मौन
हिमांशु Kulshrestha
सहेजे रखें संकल्प का प्रकाश
सहेजे रखें संकल्प का प्रकाश
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
*अच्छी बातें जो सीखी हैं, ऋषि-मुनियों की बतलाई हैं (राधेश्या
*अच्छी बातें जो सीखी हैं, ऋषि-मुनियों की बतलाई हैं (राधेश्या
Ravi Prakash
#सतर्क_रहें_सुरक्षित_रहेंगे
#सतर्क_रहें_सुरक्षित_रहेंगे
*प्रणय*
रंगीली होली
रंगीली होली
Savitri Dhayal
पढ़ लेना मुझे तुम किताबों में..
पढ़ लेना मुझे तुम किताबों में..
Seema Garg
वास्तव में ज़िंदगी बहुत ही रंगीन है,
वास्तव में ज़िंदगी बहुत ही रंगीन है,
Ajit Kumar "Karn"
बैठी हूँ इंतजार में, आँधियों की राह में,
बैठी हूँ इंतजार में, आँधियों की राह में,
Kanchan Alok Malu
"अक्षर"
Dr. Kishan tandon kranti
आल्हा छंद
आल्हा छंद
seema sharma
Loading...