Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Dec 2024 · 1 min read

Some thoughts lie unanswered in the ocean of thoughts while

Some thoughts lie unanswered in the ocean of thoughts while most keep popping up again n again.
Much later on, you look for an anchor to settle down on your unbridled thoughts
The glimpse that you sometimes see as a solution is nothing but a part of your imagination playing tricks.

92 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

जिंदगी का हिसाब
जिंदगी का हिसाब
Surinder blackpen
जीवनमंथन
जीवनमंथन
Shyam Sundar Subramanian
"वो जिन्दगी"
Dr. Kishan tandon kranti
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*लाला रामनाथ ठेकेदार*
*लाला रामनाथ ठेकेदार*
Ravi Prakash
𑒚𑒰𑒧-𑒚𑒰𑒧 𑒁𑒏𑒩𑓂𑒧𑒝𑓂𑒨𑒞𑒰 𑒏, 𑒯𑒰𑒙 𑒮𑒥 𑒪𑒰𑒑𑒪 𑒁𑒕𑒱 !
𑒚𑒰𑒧-𑒚𑒰𑒧 𑒁𑒏𑒩𑓂𑒧𑒝𑓂𑒨𑒞𑒰 𑒏, 𑒯𑒰𑒙 𑒮𑒥 𑒪𑒰𑒑𑒪 𑒁𑒕𑒱 !
DrLakshman Jha Parimal
ଡାକ ଆଉ ଶୁଭୁ ନାହିଁ ହିଆ ଓ ଜଟିଆ
ଡାକ ଆଉ ଶୁଭୁ ନାହିଁ ହିଆ ଓ ଜଟିଆ
Bidyadhar Mantry
ज़रा मुस्क़ुरा दो
ज़रा मुस्क़ुरा दो
आर.एस. 'प्रीतम'
एक बिस्तर पर दो अजनबी,
एक बिस्तर पर दो अजनबी,
लक्ष्मी सिंह
🙅आज का आग्रह🙅
🙅आज का आग्रह🙅
*प्रणय प्रभात*
बृज की बात ये बृज के ग्वाल बाल बृज की हर नार पे प्रीत लुटावत
बृज की बात ये बृज के ग्वाल बाल बृज की हर नार पे प्रीत लुटावत
पं अंजू पांडेय अश्रु
कोरी किताब
कोरी किताब
Dr. Bharati Varma Bourai
मंगल छंद , धार छंद , पंक्ति छन्द
मंगल छंद , धार छंद , पंक्ति छन्द
Subhash Singhai
शायद जिंदगी
शायद जिंदगी
पूर्वार्थ
पुरुष के प्रेम में श्री का निधारमा... और श्री के प्रेम में प
पुरुष के प्रेम में श्री का निधारमा... और श्री के प्रेम में प
पूर्वार्थ देव
जिदंगी मे अच्छे लोगो की तलाश मत करो...
जिदंगी मे अच्छे लोगो की तलाश मत करो...
Ranjeet kumar patre
आपकी मेहरबानी है।
आपकी मेहरबानी है।
Jyoti Roshni
कोहरा
कोहरा
Chitra Bisht
इस जीवन का क्या मर्म हैं ।
इस जीवन का क्या मर्म हैं ।
एकांत
ज़माने की हवा
ज़माने की हवा
ओनिका सेतिया 'अनु '
आ जाते हैं जब कभी, उमड़ घुमड़ घन श्याम।
आ जाते हैं जब कभी, उमड़ घुमड़ घन श्याम।
surenderpal vaidya
यह नवीन साल।
यह नवीन साल।
Anil Mishra Prahari
गुफ्तगू तुझसे करनी बहुत ज़रूरी है ।
गुफ्तगू तुझसे करनी बहुत ज़रूरी है ।
Phool gufran
तेरी यादें भुलाने का इक तरीका बड़ा पुराना है,
तेरी यादें भुलाने का इक तरीका बड़ा पुराना है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सामान्यजन
सामान्यजन
Dr MusafiR BaithA
ज़िंदगी इतनी मुश्किल भी नहीं
ज़िंदगी इतनी मुश्किल भी नहीं
Dheerja Sharma
सज़ा
सज़ा
Shally Vij
उलझी रही नजरें नजरों से रात भर,
उलझी रही नजरें नजरों से रात भर,
sushil sarna
दोस्ती
दोस्ती
Mansi Kadam
*मोबाइल*
*मोबाइल*
Ghanshyam Poddar
Loading...