Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Dec 2024 · 1 min read

उससे उम्मीद बंध गई होगी

उससे उम्मीद बंध गई होगी
रिश्ता कमज़ोर हो गया होगा
डाॅ फ़ौज़िया नसीम शाद

1 Like · 31 Views
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all

You may also like these posts

हर किसी के लिए मौसम सुहाना नहीं होता,
हर किसी के लिए मौसम सुहाना नहीं होता,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
किसी ने क्या खूब कहा है किताब से सीखो तो नींद आती है,
किसी ने क्या खूब कहा है किताब से सीखो तो नींद आती है,
Aisha mohan
कोशिश
कोशिश
Dr fauzia Naseem shad
अपनी ज़िक्र पर
अपनी ज़िक्र पर
Dilip Bhushan kurre
तुम बिन
तुम बिन
Dinesh Kumar Gangwar
गीत ( भाव -प्रसून )
गीत ( भाव -प्रसून )
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
"बेहतर है चुप रहें"
Dr. Kishan tandon kranti
Lines of day
Lines of day
Sampada
धरती और मानव
धरती और मानव
Pushpa Tiwari
तुझे आगे कदम बढ़ाना होगा ।
तुझे आगे कदम बढ़ाना होगा ।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
മുളകൊണ്ടുള്ള കാട്ടിൽ
മുളകൊണ്ടുള്ള കാട്ടിൽ
Otteri Selvakumar
ख़ामोशी फिर चीख़ पड़ी थी
ख़ामोशी फिर चीख़ पड़ी थी
अरशद रसूल बदायूंनी
खुद से मिल
खुद से मिल
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
*विवेक*
*विवेक*
Rambali Mishra
#ਮੇਰੇ ਉੱਠੀ ਕਲੇਜੇ ਪੀੜ
#ਮੇਰੇ ਉੱਠੀ ਕਲੇਜੇ ਪੀੜ
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
■ कथ्य के साथ कविता (इससे अच्छा क्या)
■ कथ्य के साथ कविता (इससे अच्छा क्या)
*प्रणय*
4420.*पूर्णिका*
4420.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दे दो
दे दो
सिद्धार्थ गोरखपुरी
सुरक्षित सभी को चलने दो
सुरक्षित सभी को चलने दो
Ghanshyam Poddar
The Saga Of That Unforgettable Pain.
The Saga Of That Unforgettable Pain.
Manisha Manjari
जिंदगी का बोझ
जिंदगी का बोझ
ओनिका सेतिया 'अनु '
मुक्तक - यूं ही कोई किसी को बुलाता है क्या।
मुक्तक - यूं ही कोई किसी को बुलाता है क्या।
सत्य कुमार प्रेमी
मेरे लिए
मेरे लिए
Shweta Soni
छुट्टी का दिन
छुट्टी का दिन
Meera Thakur
डमरू घनाक्षरी
डमरू घनाक्षरी
seema sharma
कलयुग की छाया में,
कलयुग की छाया में,
Niharika Verma
चौपाई
चौपाई
Sudhir srivastava
संकीर्णता  नहीं महानता  की बातें कर।
संकीर्णता नहीं महानता की बातें कर।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
चाहतों की सेज न थी, किंतु ख्वाबों  का गगन था.....
चाहतों की सेज न थी, किंतु ख्वाबों का गगन था.....
दीपक झा रुद्रा
" क़ैद में ज़िन्दगी "
Chunnu Lal Gupta
Loading...