गणपति वंदना
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
तूने ख़ामोश कर दिया वरना,
सदविचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जब मरहम हीं ज़ख्मों की सजा दे जाए, मुस्कराहट आंसुओं की सदा दे जाए।
तुम्हारे सॅंग गुजर जाते तो ये अच्छा हुआ होता।
मेरी जिंदगी भी तुम हो,मेरी बंदगी भी तुम हो
क्या ख़ाक खुशी मिलती है मतलबी ज़माने से,
मै बावरिया, तेरे रंग में रंग जाऊं
हज़ार ग़म हैं तुम्हें कौन सा बताएं हम
दिल टूटा तो हो गया, दिल ही दिल से दूर ।
5. Tears in God's Eyes
Santosh Khanna (world record holder)