बच्चा बिकाऊ है
बच्चा ले लो बच्चा ले लो आया फेरी वाला।
सुन उसकी आवाज युग़ल एक आया बडा़ निराला।
हमको दे दो हम पालेगे बच्चा कुशल क्षेम से।
लाख रूपैया नगदी दे दो पालो बडे़ प्रेम से।
क्या बच्चे भी बिकते हैं क्यों तूने शोर मचाया।
आज तक तो बिका ना कोई अमीर ग़रीब का जाया।
पैसा देकर वस्तू लेना क्या बिक्री नही कहाती।
लाख दो लाख की भेंट चढा़ क्या जच्चा बच्चा नही लाती।
जबरन पेट चिलाया और थैला भरी दवाई।
तीस मिनट मे गायब हो गयी जच्चा बच न पायी।
मूक बधिर से खडे़ देखते शब्द एक ना निकला। घर द्वार की भेंट चढा़ दी चिकित्सक का दिल ना पिघला।
मंहगी दवा चिकित्सक मंहगे तेरा ना कोई सामी।
झूठ सच के इस झगड़े में सच की मर जाती नानी।
अस्पताल की सुरक्षा हेतू सरकारे नियम बनाया।
गार्ड कमाण्डो हमला करते जो जरा भी जुबां हिलाया।
वोट की खातिर नेतागण हैं द्वार आपके आते।
ऐसे मामलो मे तिनका भर सहाय नही कर पाते।
ताकतवर सब मौन तू इकला लुटता पिटता रहता।
नही संगठन ऐसा कोई जो तुझे सहाय को कहता।
सच तो है आपरेशन कक्ष मे तीमारदार का होना।
कितनी दवा सामान खरीदा निगरानी का होना।
जनता के हित सरकारों को चाहिऐ नियम बनाना।
लापरवाही मे प्राण जाये तो देना पडे़ जुर्माना।