उम्र पैंतालीस
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
सुल्तानगंज की अछि ? जाह्न्नु गिरी व जहांगीरा?
तेरे सांचे में ढलने लगी हूं।
23/98.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
प्यार शब्द में अब पहले वाली सनसनाहट नहीं रही...
गाँव की प्यारी यादों को दिल में सजाया करो,
जग में वो ही सच में, सच्चा गुरु कहलाता है
"बड़ी-बड़ी मुश्किलों का मालिक हूं मैं ll
रससिद्धान्त मूलतः अर्थसिद्धान्त पर आधारित
मैया का जगराता- भजन- रचनाकार -अरविंद भारद्वाज
ज़िंदगी कच्ची है सब जानते हैं
जीवन का मूल स्रोत वर्तमान में है और हम अतीत और भविष्य में खो
शहर - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
ग़ज़ल–मेरा घराना ढूंढता है