Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Nov 2024 · 1 min read

हम राज़ अपने हर किसी को खोलते नहीं

हम राज़ अपने हर किसी को खोलते नहीं
चलते हैं अपनी राह पे पग मोड़ते नहीं
हम अपने दिल की बात ही सुनते समझते हैं
क्या चार लोग कहते हैं हम सोचते नहीं
डॉ अर्चना गुप्ता
17.11.2024

Language: Hindi
43 Views
Books from Dr Archana Gupta
View all

You may also like these posts

डर
डर
Sonam Puneet Dubey
चलो ये नया साल ऐसे मनायें
चलो ये नया साल ऐसे मनायें
Dr Archana Gupta
3730.💐 *पूर्णिका* 💐
3730.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
भजन
भजन
Mangu singh
प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद
प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद
डॉ. एकान्त नेगी
जहरीला अहसास
जहरीला अहसास
RAMESH SHARMA
मुरली की धू न...
मुरली की धू न...
पं अंजू पांडेय अश्रु
"दीया और तूफान"
Dr. Kishan tandon kranti
हर सिम्त दोस्ती का अरमान नहीं होता ।
हर सिम्त दोस्ती का अरमान नहीं होता ।
Phool gufran
मेहमान रात के
मेहमान रात के
Godambari Negi
प्रश्नचिन्ह...
प्रश्नचिन्ह...
इंजी. संजय श्रीवास्तव
समझ
समझ
अखिलेश 'अखिल'
हो तेरे एतबार की बारिश
हो तेरे एतबार की बारिश
Dr fauzia Naseem shad
नशा मुक्त अभियान
नशा मुक्त अभियान
Kumud Srivastava
अहंकार और संस्कार के बीच महज एक छोटा सा अंतर होता है अहंकार
अहंकार और संस्कार के बीच महज एक छोटा सा अंतर होता है अहंकार
Rj Anand Prajapati
जो भूल गये हैं
जो भूल गये हैं
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
पूनम का चांद हो
पूनम का चांद हो
Kumar lalit
सदियों से जो संघर्ष हुआ अनवरत आज वह रंग लाई।
सदियों से जो संघर्ष हुआ अनवरत आज वह रंग लाई।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
"रिश्वत का खून लग जाने के बाद,
पूर्वार्थ
बाल दिवस
बाल दिवस
विजय कुमार नामदेव
शान्ति दूत
शान्ति दूत
Arun Prasad
बाघों की चिंता करे,
बाघों की चिंता करे,
sushil sarna
बोये बीज बबूल आम कहाँ से होय🙏🙏
बोये बीज बबूल आम कहाँ से होय🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
प्रेम करने आता है तो, प्रेम समझने आना भी चाहिए
प्रेम करने आता है तो, प्रेम समझने आना भी चाहिए
Anand Kumar
ये एक तपस्या का फल है,
ये एक तपस्या का फल है,
Shweta Soni
अजनबी
अजनबी
लक्ष्मी सिंह
ऐ माँ! मेरी मालिक हो तुम।
ऐ माँ! मेरी मालिक हो तुम।
Harminder Kaur
मासी मम्मा
मासी मम्मा
Shakuntla Shaku
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
"संघर्ष पथ पर डटे रहो"
Ajit Kumar "Karn"
Loading...