Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Nov 2024 · 1 min read

” यकीन “

” यकीन ”

अगर जीने का सलीका नहीं आया,
अपने जिन्दा रहने पर यकीं ना करो।

2 Likes · 3 Comments · 51 Views
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

पा कर भी उदास थे, ख़ो कर भी उदास थे,
पा कर भी उदास थे, ख़ो कर भी उदास थे,
Iamalpu9492
सत्य छिपकर तू कहां बैठा है।
सत्य छिपकर तू कहां बैठा है।
Taj Mohammad
चाय
चाय
Rambali Mishra
सोचता हूँ..
सोचता हूँ..
Vivek Pandey
एक चींटी
एक चींटी
Minal Aggarwal
मैं अक्सर शायरी लिखता हूँ
मैं अक्सर शायरी लिखता हूँ
शिव प्रताप लोधी
✍️ दोहा ✍️
✍️ दोहा ✍️
राधेश्याम "रागी"
राम आयेंगे
राम आयेंगे
Deepali Kalra
रात बसर हो जाती है यूं ही तेरी यादों में,
रात बसर हो जाती है यूं ही तेरी यादों में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
केही कथा/इतिहास 'Pen' ले र केही 'Pain' ले लेखिएको पाइन्छ।'Pe
केही कथा/इतिहास 'Pen' ले र केही 'Pain' ले लेखिएको पाइन्छ।'Pe
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
- धैर्य जरूरी है -
- धैर्य जरूरी है -
bharat gehlot
कमबख्त मोहब्बत..
कमबख्त मोहब्बत..
हिमांशु Kulshrestha
चाँदनी रातों में, सितारों की बातों में,
चाँदनी रातों में, सितारों की बातों में,
Kanchan Alok Malu
मानव हो मानवता धरो
मानव हो मानवता धरो
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
मतदान
मतदान
Shutisha Rajput
"मेरी कहानी"
Dr. Kishan tandon kranti
युगांतर
युगांतर
Suryakant Dwivedi
पलटू चाचा
पलटू चाचा
Aman Kumar Holy
#पीरपुष्प
#पीरपुष्प
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
दिसम्बर की सर्द शाम में
दिसम्बर की सर्द शाम में
Dr fauzia Naseem shad
निलगाइन के परकोप
निलगाइन के परकोप
अवध किशोर 'अवधू'
#लघुकथा
#लघुकथा
*प्रणय*
फिर कुछ अपने
फिर कुछ अपने
Chitra Bisht
खो गया सपने में कोई,
खो गया सपने में कोई,
Mohan Pandey
3699.💐 *पूर्णिका* 💐
3699.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
#शीर्षक;-ले लो निज अंक मॉं
#शीर्षक;-ले लो निज अंक मॉं
Pratibha Pandey
प्रेम साधना श्रेष्ठ है,
प्रेम साधना श्रेष्ठ है,
Arvind trivedi
डूब गए    ...
डूब गए ...
sushil sarna
When you strongly want to do something, you will find a way
When you strongly want to do something, you will find a way
पूर्वार्थ
बेवफ़ा
बेवफ़ा
singh kunwar sarvendra vikram
Loading...