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3 Nov 2024 · 1 min read

sp119 समय बदलता हर घड़ी /मुझको किस तरह

sp119 समय बदलता हर घड़ी
मुझको किस तरह
***********************

समय बदलता हर घड़ी देता है यह सीख
हुए रिटायर जिस घड़ी बदलेगी तारीख

बदलेगी तारीख न कोई पहचानेगा
कल हम भी अपने थे कोई नहीं मानेगा

कहते हैं ज्ञानी लोग सहारे अपने रहिए
समय की धारा कहती उसके साथ ही बहिये
@
मुझको किस तरह भला आप से खतरा होगा
रंग चेहरे का महज खौफ से उतरा होगा

हमने देखा है मरा आँख का पानी कैसे ?
हादसा ऐसा कहां आप पे गुजरा होगा
@
डॉक्टर इंजीनियर
मनोज श्रीवास्तव
sp119

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