बुंदेली दोहा - सुड़ी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
गांधीजी की नीतियों के विरोधी थे ‘ सुभाष ’
बनें जुगनू अँधेरों में सफ़र आसान हो जाए
आसान नहीं होता घर से होस्टल जाना
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
शिमला, मनाली, न नैनीताल देता है
*जीवन में प्रभु दीजिए, नया सदा उत्साह (सात दोहे)*
देख के तुझे कितना सकून मुझे मिलता है
हम तो हैं प्रदेश में, क्या खबर हमको देश की
ग़ज़ल : कौन आया है ये मेरे आशियाने में
*शादी के पहले, शादी के बाद*
आओ मृत्यु का आव्हान करें।
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी