Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
#27 Trending Author
*प्रणय*
72 Followers
Follow
Report this post
12 Oct 2024 · 1 min read
ऊंचा रावण, नीचे राम।
ऊंचा रावण, नीचे राम।
फिर भी होगा काम तमाम।।
★धर्ममेव जयते★
👌प्रणय प्रभात👌
Tag:
Quote Writer
Like
Share
1 Like
· 45 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
You may also like these posts
लोगों को सत्य कहना अच्छा लगता है
Sonam Puneet Dubey
तू मौजूद है
sheema anmol
सब्जियाँ
विजय कुमार नामदेव
ये कैसे आदमी है
gurudeenverma198
प्यार ऐसा हो माता पिता के जैसा
Rituraj shivem verma
4931.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"हमें इश्क़ ना मिला"
राकेश चौरसिया
गीत ( भाव -प्रसून )
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
Try to find .....
पूर्वार्थ
बग़ावत की लहर कैसे.?
पंकज परिंदा
"वरना"
Dr. Kishan tandon kranti
मजा मुस्कुराने का लेते वही...
Sunil Suman
ऐसी आभा ऐसी कांति,
श्याम सांवरा
" अंधेरी रातें "
Yogendra Chaturwedi
Interest vs interrupt
Rj Anand Prajapati
*इश्क यूँ ही रुलाता है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
नव वर्ष
Ayushi Verma
अपना कोई वजूद हो, तो बताना मेरे दोस्त।
Sanjay ' शून्य'
क्या गुनाह कर जाता हूं?
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
"ज़िंदगी जीना ही होता है"
Ajit Kumar "Karn"
नियम का पालन करना,
Buddha Prakash
हम हिन्दू हैं
Pooja Singh
بھک مری کا گراف
अरशद रसूल बदायूंनी
इच्छाओं से दूर खारे पानी की तलहटी में समाना है मुझे।
Manisha Manjari
मुक्ताहरा सवैया
Kamini Mishra
कवि मन
Rajesh Kumar Kaurav
दलदल..............
sushil sarna
तेरे क़दमों पर सर रखकर रोये बहुत थे हम ।
Phool gufran
अपने वजूद की
Dr fauzia Naseem shad
49....Ramal musaddas mahzuuf
sushil yadav
Loading...