स्वयं सुधरें तो जग सुधरेगा
Bundeli doha
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
विषय:- विजयी इतिहास हमारा। विधा:- गीत(छंद मुक्त)
भाग्य
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
भावुक हुए बहुत दिन हो गये..
जब से दिल संकरे होने लगे हैं
कहा किसी ने आ मिलो तो वक्त ही नही मिला।।
सर्द ऋतु का हो रहा है आगमन।
वो भ्रम है वास्तविकता नहीं है
रंगों का त्योहार है होली।
आज़ादी की जंग में कूदी नारीशक्ति
दिल किसी का दुखाना नही चाहिए
समुद्र का नजारा सुंदर हैं।
होता है ईमान हर इंसान में