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13 Nov 2023 · 1 min read

■ अवध की शाम

#तीन दोहे-
■ जगमगाती शाम के नाम…।
【प्रणय प्रभात】
● दशमुख का संहार कर,
लौटे हैं श्रीराम।
अगवानी कर मुदित है,
आज अवध की शाम।।

● मां सरयू ने राम की,
बरसों जोही बाट।
लाखों जगमग दीप से,
तब सज पाए घाट।।

● दीप दीप संकल्प है,
दीप दीप सत्कार।
दीप दीप मिल कर रहे,
प्रभु की जय जयकार।।

अवध में आनंद भयो जय रघुवर लाल की।।

■प्रणय प्रभात■
●संपादक/न्यूज़&व्यूज़●
श्योपुर (मध्यप्रदेश)

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