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28 Sep 2024 · 1 min read

हे भारत की नारी जागो

हे भारत की नारी जागो
उठो और हुंकार भरो
खुद को तुम अबला ना समझो
काली का अवतार धरो

ये कलयुग है यही सत्य है
अब कोई नहीं आने वाला है
खुद की रक्षा स्वयं करो
कोई श्याम नहीं आने वाला

तलवार उठाओ काट दो सिर
जो देखे आंख उठाकर के
मृत्यु का मर्दन कर दो
और खत्म करो हैवानों को

जो भी करना तुम्हें ही करना
संकट विकट हैं आन पड़े
और किससे रक्षा मांग रही
जो स्वयं ही लज्जा हीन पड़े

तुम भी बनो चंडिका माई
ठानो इन्हें मिटाने की
और बात अगर इज्जत पर आये
तो काट दो गर्दन हैवानों की…!!

भारत की सभी बेटियों को समर्पित….🙏🙏🙏

✍️✍️Kavi Dheerendra Panchal

All ladies staff of
PRATAP INTERNATIONAL INTER COLLEGE,
MAURANIPUR , Jhansi [ U.P]

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