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1 May 2024 · 1 min read

3361.⚘ *पूर्णिका* ⚘

3361.⚘ पूर्णिका
🌹 श्रम की भक्ति में🌹
22 22
श्रम की भक्ति में ।
खुद की शक्ति में ।।
रहते हरदम ।
यूं अग्रिम पंक्ति में ।।
दुनिया मौजी।
मन आसक्ति में ।।
बस चमन खिले।
फूल सशक्ति में ।।
डूबे खेदू ।
अब न विरक्ति में ।।
…….✍ डॉ .खेदू भारती “सत्येश “
30-04-2024मंगलवार

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