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22 Sep 2024 · 1 min read

*मनः संवाद—-*

मनः संवाद—-
22/09/2024

मन दण्डक — नव प्रस्तारित मात्रिक (38 मात्रा)
यति– (14,13,11) पदांत– Sl

इच्छा हो तो प्रयास कर, कभी अनिच्छा मत करो, असफल होगे यार।
सबसे पहले सोच अधिक, हर पहलू मंथन करो, फिर होना तैयार।।
अगर कार्य शुरुआत किया, बंद नहीं कर मध्य में, कहे बहुत संसार।
दृढ़ संकल्पित हुए अगर, रूक नहीं सकता यहीं, पाओगे सत्कार।।

इच्छाओं को मार नहीं, साहस से आगे बढ़ो, करो कार्य शुरुआत।
हो जुनून तब लक्ष्य मिले, आओ इच्छा शक्ति से, रच दें नया प्रभात।।
कभी नहीं जो करते हैं, खुद को पहचाना नहीं, उनकी क्या औकात।
असफल के कुछ कद्र नहीं, पुरस्कार जिनको मिला, सुनते उनकी बात।।

— डॉ. रामनाथ साहू “ननकी”
संस्थापक, छंदाचार्य, (बिलासा छंद महालय, छत्तीसगढ़)
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