Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Sep 2024 · 1 min read

मुझे याद रहता है हर वो शब्द,जो मैंने कभी तुम्हारें लिए रचा,

मुझे याद रहता है हर वो शब्द,जो मैंने कभी तुम्हारें लिए रचा,
मुझे याद रहती है हर वो बात,जो कभी तुमने मेरे लिए कहीं,
फिर क्यों भूल जाता हूँ मैं .तुम्हारी बेरुखी, तुम्हारी उपेक्षाएं
तुम्हारा बदल जाना समय के साथ,मुझे तुम याद रहते हो
तुम्हारे लहजें याद रहते है,फिर ! तुम कब कैसे भूल जातें हो
मैं कौन हूँ … ?
बस ! अब तक मैं इतना ही तो,नही समझ पाया हूँ,
तुम्हारें चहेरे की आकृति और,लफ़्जों का वो अप्रकट भाव
जो मुझे दिखाई देने लगता है . वो कानों से सुने गए तुम्हारे
हरशब्द को झुठला देता है, मैंने खुद से ये अब मान लिया है की
तुम जो कह गए हो …वो कहने के लिए विवश हो,
याद रहता है मुझे,तुम कुछ और कहने वाले थे
तुम कुछ और कह रहे थे ।।

101 Views

You may also like these posts

मुझे भाता है
मुझे भाता है
हिमांशु Kulshrestha
कुंडलिया
कुंडलिया
गुमनाम 'बाबा'
दिल दीवाना हो जाए (भाग-१)
दिल दीवाना हो जाए (भाग-१)
Dushyant Kumar Patel
*मेरा आसमां*
*मेरा आसमां*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
“ज़ायज़ नहीं लगता”
“ज़ायज़ नहीं लगता”
ओसमणी साहू 'ओश'
सच
सच
Meera Thakur
आपकी ज़िंदगी यदि लोगों की बातें सुनकर, बुरा मानते हुए गुज़र
आपकी ज़िंदगी यदि लोगों की बातें सुनकर, बुरा मानते हुए गुज़र
Sonam Puneet Dubey
मै बेरोजगारी पर सवार हु
मै बेरोजगारी पर सवार हु
भरत कुमार सोलंकी
सावन की कोकिला
सावन की कोकिला
C S Santoshi
Way of the Water
Way of the Water
Meenakshi Madhur
🙅आज का मत🙅
🙅आज का मत🙅
*प्रणय*
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
राष्ट्रीय किसान दिवस : भारतीय किसान
राष्ट्रीय किसान दिवस : भारतीय किसान
Satish Srijan
3418⚘ *पूर्णिका* ⚘
3418⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
आजकल की स्त्रियां
आजकल की स्त्रियां
Abhijeet
महाकाल
महाकाल
Dr.Pratibha Prakash
कुछ लोग कहते है की चलो मामला रफा दफ़ा हुआ।
कुछ लोग कहते है की चलो मामला रफा दफ़ा हुआ।
Ashwini sharma
" खुशी में डूब जाते हैं "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
जमाने में
जमाने में
manjula chauhan
चोपाई छंद गीत
चोपाई छंद गीत
seema sharma
जामुन का महत्व
जामुन का महत्व
Rituraj shivem verma
निकल आए न मेरी आँखों से ज़म ज़म
निकल आए न मेरी आँखों से ज़म ज़म
इशरत हिदायत ख़ान
" नारी "
Dr. Kishan tandon kranti
कचनार kachanar
कचनार kachanar
Mohan Pandey
मई दिवस
मई दिवस
Ghanshyam Poddar
जिन्दगी में वो लम्हा बेहतरीन होता है, जब तुम किसी से कुछ कहन
जिन्दगी में वो लम्हा बेहतरीन होता है, जब तुम किसी से कुछ कहन
Ritesh Deo
राह चलने से ही कटती है चला करते हैं।
राह चलने से ही कटती है चला करते हैं।
Kumar Kalhans
मां जो होती है ना
मां जो होती है ना
डॉ. एकान्त नेगी
प्रभु के स्वरूप को आत्मकेंद्रित कर उनसे जुड़ जाने की विधि ही
प्रभु के स्वरूप को आत्मकेंद्रित कर उनसे जुड़ जाने की विधि ही
Rj Anand Prajapati
जीवन
जीवन
पंकज परिंदा
Loading...