पागल बना दिया
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
ज़िंदा रहने से तो बेहतर है कि अपनें सपनों
कैसे आये हिज्र में, दिल को भला करार ।
आपसे कोई लड़की मोहब्बत नही करती बल्की अपने अंदर अंतर्निहित व
When she is a bit confused , insecure about coming in a rela
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
धिन हैं बायण मात ने, धिन हैं गढ़ चित्तौड़।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
सुबह का नमस्कार ,दोपहर का अभिनंदन ,शाम को जयहिंद और शुभरात्र
*** " गुरु...! गूगल दोनों खड़े काके लागूं पांय् .....? " ***
प्रेरणादायक बाल कविता: माँ मुझको किताब मंगा दो।
कहां जाऊं सत्य की खोज में।
*जब भी अवसर मिले बंधु, तो लिखना नई कहानी (मुक्तक)*