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28 Aug 2024 · 1 min read

मुझसे जो भी होता है वो मैं करता हूॅं!

मुझसे जो भी होता है वो मैं करता हूॅं!
सदैव बेहतर करने की ही कोशिश करता हूॅं!
ये ऊपरवाले पर है निर्भर कि वे फल क्या देते हैं,
मिलता जो भी प्रसाद उसे मन से स्वीकार करता हूॅं।

…. अजित कर्ण ✍️

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