Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Aug 2024 · 1 min read

मनवार

मनवार निछल प्रेम री, दैखो मुरधर आय।
महमांण रौ मान सदा, लैवा हरख बधाय।।

जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया..✍️

79 Views

You may also like these posts

रिश्तों की डोर
रिश्तों की डोर
पं अंजू पांडेय अश्रु
हिटलर ने भी माना सुभाष को महान
हिटलर ने भी माना सुभाष को महान
कवि रमेशराज
"अपेक्षा"
Yogendra Chaturwedi
मां इससे ज्यादा क्या चहिए
मां इससे ज्यादा क्या चहिए
विकास शुक्ल
बहुत हुआ
बहुत हुआ
Mahender Singh
हीरा बेन का लाल
हीरा बेन का लाल
Dr. P.C. Bisen
सम्मस्या और समाधान
सम्मस्या और समाधान
Ram Krishan Rastogi
खुशी, गम, मोहब्बत, जलन ये सब एहसास है मेर
खुशी, गम, मोहब्बत, जलन ये सब एहसास है मेर
Ritesh Deo
अविश्वास क्यों?
अविश्वास क्यों?
Sudhir srivastava
गुलाम
गुलाम
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
*छ्त्तीसगढ़ी गीत*
*छ्त्तीसगढ़ी गीत*
Dr.Khedu Bharti
बीते साल
बीते साल
कार्तिक नितिन शर्मा
जब मिल जाए सच्चा साथी तो फर्क नही पड़ता क्या है उसकी जाति।
जब मिल जाए सच्चा साथी तो फर्क नही पड़ता क्या है उसकी जाति।
Rj Anand Prajapati
..
..
*प्रणय*
"नग्नता, सुंदरता नहीं कुरूपता है ll
Rituraj shivem verma
यादों की खोज।
यादों की खोज।
Kanchan Alok Malu
ज़िंदगी कुछ आसान बना लूंगा इस अंदाज़ से,
ज़िंदगी कुछ आसान बना लूंगा इस अंदाज़ से,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ऐसा कभी नही होगा
ऐसा कभी नही होगा
gurudeenverma198
*संगीत के क्षेत्र में रामपुर की भूमिका : नेमत खान सदारंग से
*संगीत के क्षेत्र में रामपुर की भूमिका : नेमत खान सदारंग से
Ravi Prakash
दीप जलाकर अंतर्मन का, दीपावली मनाओ तुम।
दीप जलाकर अंतर्मन का, दीपावली मनाओ तुम।
आर.एस. 'प्रीतम'
भूखे रिश्ते
भूखे रिश्ते
पूर्वार्थ
"फ़िर से तुम्हारी याद आई"
Lohit Tamta
मोर
मोर
विजय कुमार नामदेव
हश्र का वह मंज़र
हश्र का वह मंज़र
Shekhar Chandra Mitra
धनतेरस और रात दिवाली🙏🎆🎇
धनतेरस और रात दिवाली🙏🎆🎇
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
हार्पिक से धुला हुआ कंबोड
हार्पिक से धुला हुआ कंबोड
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
2 जून की रोटी.......एक महत्व
2 जून की रोटी.......एक महत्व
Neeraj Agarwal
जनता हमको दीजिए,अपना हर इक वोट
जनता हमको दीजिए,अपना हर इक वोट
Dr Archana Gupta
बीते साल को भूल जाए
बीते साल को भूल जाए
Ranjeet kumar patre
श्री गणेश भगवान की जन्म कथा
श्री गणेश भगवान की जन्म कथा
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Loading...