" कृषक की व्यथा "
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
मैं इक रोज़ जब सुबह सुबह उठूं
जो विष को पीना जाने
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
*रंगीला रे रंगीला (Song)*
परिस्थितियों को चीरते हुए निकल जाओ,
श्रंगार लिखा ना जाता है– शहीदों के प्रति संवेदना।
थोड़ा सा बिखरकर थोड़ा सा निखरकर,