बहन का प्यार किसी दुआ से कम नहीं होता
23/129.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
कोई यहां अब कुछ नहीं किसी को बताता है,
इस दुनिया का एक ही है सिस्टम यदि आपके पॉकेट में है income तो
🍀 *गुरु चरणों की धूल*🍀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
প্রতিদিন আমরা নতুন কিছু না কিছু শিখি
जी करता है , बाबा बन जाऊं – व्यंग्य
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
इक्कीसवीं सदी की कविता में रस +रमेशराज
अद्भुत प्रेम
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
"ठूंस ठूंसकर घूस खाने के बाद भी,
*बेचारे लेखक का सम्मान (हास्य व्यंग्य)*