पिता,वो बरगद है जिसकी हर डाली परबच्चों का झूला है
सर्द सा मौसम है धूप फिर से गुनगुनाई है,
सुनो पहाड़ की.....!!! (भाग - ६)
*भाई और बहन का नाता, दुनिया में मधुर अनूठा है (राधेश्यामी छं
सन्देश खाली
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
जो लड़ाई ना जीती जा सके बयानों से..
Accountability is a rare trait, but it’s what builds trust a
आओ कभी स्वप्न में मेरे ,मां मैं दर्शन कर लूं तेरे।।
सीसे में चित्र की जगह चरित्र दिख जाए तो लोग आइना देखना बंद क
सातो जनम के काम सात दिन के नाम हैं।
या खुदा, सुन मेरी फ़रियाद,
यह जानते हुए कि तुम हो कितनी मेरी ख़ास,
क्या कभी ऐसा हुआ है?
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
मां
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
दूरियां अब सिमटती सब जा रही है।