Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Feb 2024 · 1 min read

सन्देश खाली

सन्देश खाली है यही
कुछ भी नहीं है यहाँ सही,
जानवर भी इनसे अधिक
मनुष्यता के समीप हैं ।

कुकृत्य इनके राछ्सी
इंसानियत की न बास भी,
दंश देते बिच्छुओं से
जहर भरे जीव हैं ।

हैं दण्ड के पात्र ये
उद्दण्ड सांड से सड़े,
हो सबक सबके लिए
ऐसे सबक की आस है ।

(c)@ दीपक कुमार श्रीवास्तव ” नील पदम् “

2 Likes · 345 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
View all

You may also like these posts

मेघनाद
मेघनाद
Er.Navaneet R Shandily
"ध्यान रखें"
Dr. Kishan tandon kranti
4025.💐 *पूर्णिका* 💐
4025.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
कहने को खामोश थी,
कहने को खामोश थी,
sushil sarna
I think about decisions in three ways: hats, haircuts, and t
I think about decisions in three ways: hats, haircuts, and t
पूर्वार्थ
Dafavip là 1 cái tên đã không còn xa lạ với những người cá c
Dafavip là 1 cái tên đã không còn xa lạ với những người cá c
Dafavipbiz
रही प्रतीक्षारत यशोधरा
रही प्रतीक्षारत यशोधरा
Shweta Soni
*How to handle Life*
*How to handle Life*
Poonam Matia
*जीवन-सौभाग्य मिला उनको, जिनको पावन परिवार मिला (राधेश्यामी
*जीवन-सौभाग्य मिला उनको, जिनको पावन परिवार मिला (राधेश्यामी
Ravi Prakash
जन्माष्टमी
जन्माष्टमी
लक्ष्मी सिंह
बाल कविता
बाल कविता
Raj kumar
नहीं भूलता बंटवारे का वो दर्द ...
नहीं भूलता बंटवारे का वो दर्द ...
ओनिका सेतिया 'अनु '
आनंद वर्धक / पीयूष वर्ष छंद विधान सउदाहरण
आनंद वर्धक / पीयूष वर्ष छंद विधान सउदाहरण
Subhash Singhai
घनाक्षरी
घनाक्षरी
surenderpal vaidya
इस प्रथ्वी पर जितना अधिकार मनुष्य का है
इस प्रथ्वी पर जितना अधिकार मनुष्य का है
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
स्कूल जाना है
स्कूल जाना है
SHAMA PARVEEN
इससे पहले कोई आकर के बचा ले मुझको
इससे पहले कोई आकर के बचा ले मुझको
अंसार एटवी
भ्रष्टाचार
भ्रष्टाचार
विशाल शुक्ल
रक्त रंजित सा दिखा वो, बादलों की ओट से।
रक्त रंजित सा दिखा वो, बादलों की ओट से।
श्याम सांवरा
ग़ज़ल सगीर अहमद सिद्दीकी खैरा बाज़ार
ग़ज़ल सगीर अहमद सिद्दीकी खैरा बाज़ार
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
मन के द्वीप
मन के द्वीप
Dr.Archannaa Mishraa
The Rising Sun
The Rising Sun
Buddha Prakash
प्यासे को पानी ....
प्यासे को पानी ....
sushil yadav
यूं आज जो तुम्हें तारों पे बिठा दी गई है
यूं आज जो तुम्हें तारों पे बिठा दी गई है
Keshav kishor Kumar
* हमसे अच्छा हमारा कोई दोस्त नहीं*
* हमसे अच्छा हमारा कोई दोस्त नहीं*
Vaishaligoel
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
रुहानियत और इंसानियत संग संग(पंजाबी में) 18)
रुहानियत और इंसानियत संग संग(पंजाबी में) 18)
Mangu singh
बोल दे जो बोलना है
बोल दे जो बोलना है
Monika Arora
#राष्ट्रीयसबहमारादिवस
#राष्ट्रीयसबहमारादिवस
डॉ.सीमा अग्रवाल
"चाटुकारिता में दिन गुज़रे, सुखद स्वप्न में बीते रात।
*प्रणय प्रभात*
Loading...