Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Jul 2024 · 1 min read

स्त्री का बल, स्त्री का संबल।

स्त्री का स्त्री के लिए रुकना जरूरी है,
जीवन के इस पथ पर साथ चलना जरूरी है।

सामर्थ्य की मशाल थामे, बढ़े कदम मिलाकर,
परिवार की सफलता के लिए, हर आंधी को टकराकर।

जब एक स्त्री दूसरी का बल बनती है,
तब कठिनाई भी सरलता से कटती है।

सपनों की उड़ान हो, या संघर्ष का मैदान,
एक-दूसरे का सहारा बन, पार करें हर तूफ़ान।

सामर्थ्य की शक्ति जब संगिनी बन जाए,
हर परिवार की सफ़लता की नयी कहानी लिख पाए।

जब स्त्री के साथ स्त्री का हाथ हो,
तो हर बाधा, हर अंधकार में भी उजास हो।

साथ चलें, साथ बढ़ें, ये जीवन की यात्रा,
स्त्री का संबल बनें, ये हो हमारी साधना।

सामर्थ्य का संदेश, हर दिल में जगाना है,
स्त्री का स्त्री के लिए, एक नया इतिहास बनाना है।

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 127 Views
Books from Kanchan Alok Malu
View all

You may also like these posts

कारगिल युद्ध के समय की कविता
कारगिल युद्ध के समय की कविता
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
अभी तो आये थे तुम
अभी तो आये थे तुम
प्रदीप कुमार गुप्ता
स्त्री:-
स्त्री:-
Vivek Mishra
उन अंधेरों को उजालों की उजलत नसीब नहीं होती,
उन अंधेरों को उजालों की उजलत नसीब नहीं होती,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
- दुनिया बहुत खूबसूरत है -
- दुनिया बहुत खूबसूरत है -
bharat gehlot
*भाई और बहन का नाता, दुनिया में मधुर अनूठा है (राधेश्यामी छं
*भाई और बहन का नाता, दुनिया में मधुर अनूठा है (राधेश्यामी छं
Ravi Prakash
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
महका है आंगन
महका है आंगन
surenderpal vaidya
वरिष्ठ जन
वरिष्ठ जन
डॉ. शिव लहरी
তোমাকে ভালোবাসে
তোমাকে ভালোবাসে
Sakhawat Jisan
ज़िन्दगी भर ज़िन्दगी को ढूँढते हुए जो ज़िन्दगी कट गई,
ज़िन्दगी भर ज़िन्दगी को ढूँढते हुए जो ज़िन्दगी कट गई,
Vedkanti bhaskar
अटल सत्य
अटल सत्य
Akshay patel
रोटी का कद्र वहां है जहां भूख बहुत ज्यादा है ll
रोटी का कद्र वहां है जहां भूख बहुत ज्यादा है ll
Ranjeet kumar patre
वक्त के इस भवंडर में
वक्त के इस भवंडर में
Harminder Kaur
कुतूहल आणि जिज्ञासा
कुतूहल आणि जिज्ञासा
Shyam Sundar Subramanian
जय हनुमान
जय हनुमान
Neha
“ प्रजातन्त्र का सम्मान “
“ प्रजातन्त्र का सम्मान “
DrLakshman Jha Parimal
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
इन तूफानों का डर हमको कुछ भी नहीं
इन तूफानों का डर हमको कुछ भी नहीं
gurudeenverma198
मोरनी जैसी चाल
मोरनी जैसी चाल
Dr. Vaishali Verma
बेवजह किसी पे मरता कौन है
बेवजह किसी पे मरता कौन है
Kumar lalit
जीवन उत्साह
जीवन उत्साह
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
ऐ सितारों, मैंने कहाँ तुमसे आसमान माँगा था ।
ऐ सितारों, मैंने कहाँ तुमसे आसमान माँगा था ।
sushil sarna
माँ कौशल्या के बिना
माँ कौशल्या के बिना
Sudhir srivastava
🙅जय हो🙅
🙅जय हो🙅
*प्रणय*
" माप "
Dr. Kishan tandon kranti
वह प्रेम तो उससे करती, पर विवाह न करती
वह प्रेम तो उससे करती, पर विवाह न करती
Karuna Goswami
एक पल
एक पल
Meera Thakur
वृक्ष पुकार
वृक्ष पुकार
संजय कुमार संजू
कोई हुनर तो हो हम में, कोई जज्बा तो हो,
कोई हुनर तो हो हम में, कोई जज्बा तो हो,
पूर्वार्थ
Loading...