ऐ सितारों, मैंने कहाँ तुमसे आसमान माँगा था ।
ऐ सितारों, मैंने कहाँ तुमसे आसमान माँगा था ।
..ऐ बहारो, मैंने कहाँ तुमसे गुलिस्तान माँगा था ।
….क्यूँ सज़ा दे दी …मेरी दीद को अश्कों की तुमने –
……दीदार-ऐ-हयात का मैंने .इक अरमान माँगा था ।
सुशील सरना
ऐ सितारों, मैंने कहाँ तुमसे आसमान माँगा था ।
..ऐ बहारो, मैंने कहाँ तुमसे गुलिस्तान माँगा था ।
….क्यूँ सज़ा दे दी …मेरी दीद को अश्कों की तुमने –
……दीदार-ऐ-हयात का मैंने .इक अरमान माँगा था ।
सुशील सरना