Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Jun 2024 · 1 min read

अपनी पहचान का मकसद

अपनी पहचान का मकसद
कमाने का जरिया
है जरूरी बहुत
किसी के ना मोहताज रहें

127 Views
Books from Shweta Soni
View all

You may also like these posts

रामराज्य का आदर्श
रामराज्य का आदर्श
Sudhir srivastava
"दीया और तूफान"
Dr. Kishan tandon kranti
कुंडलियां
कुंडलियां
Rambali Mishra
तुम हो तो काव्य है, रचनाएं हैं,
तुम हो तो काव्य है, रचनाएं हैं,
Shreedhar
छाव का एहसास
छाव का एहसास
Akash RC Sharma
एक विद्यार्थी जब एक लड़की के तरफ आकर्षित हो जाता है बजाय कित
एक विद्यार्थी जब एक लड़की के तरफ आकर्षित हो जाता है बजाय कित
Rj Anand Prajapati
बिछड़ गए तो दिल उम्र भर लगेगा नहीं
बिछड़ गए तो दिल उम्र भर लगेगा नहीं
Ritesh Deo
ऐसी तो कोई जिद न थी
ऐसी तो कोई जिद न थी
Sumangal Singh Sikarwar
बेनाम रिश्ते
बेनाम रिश्ते
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
गंगा काशी सब हैं घरही में.
गंगा काशी सब हैं घरही में.
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
...
...
*प्रणय*
23/91.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/91.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
खुदीराम बोस की शहादत का अपमान
खुदीराम बोस की शहादत का अपमान
कवि रमेशराज
What's that solemn voice calling upon me
What's that solemn voice calling upon me
सुकृति
जबकि मैं लोगों को सिखाता हूँ जीना
जबकि मैं लोगों को सिखाता हूँ जीना
gurudeenverma198
*बारात में पगड़ी बॅंधवाने का आनंद*
*बारात में पगड़ी बॅंधवाने का आनंद*
Ravi Prakash
FB68 còn nổi bật với hệ thống livestream các sự kiện thể tha
FB68 còn nổi bật với hệ thống livestream các sự kiện thể tha
Fb68
दान
दान
Neeraj Agarwal
तुम्हारे फाइलों में गांव का मौसम गुलाबी है
तुम्हारे फाइलों में गांव का मौसम गुलाबी है
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
अकेली रही जिन्दगी
अकेली रही जिन्दगी
surenderpal vaidya
वासना और करुणा
वासना और करुणा
मनोज कर्ण
हमें खतावार कह दिया है।
हमें खतावार कह दिया है।
Taj Mohammad
रात का रक्स जारी है
रात का रक्स जारी है
हिमांशु Kulshrestha
हरदम की नाराजगी
हरदम की नाराजगी
RAMESH SHARMA
हर  क़दम  ठोकरें  खा के  चलते रहे ,
हर क़दम ठोकरें खा के चलते रहे ,
Neelofar Khan
इस संसार में क्या शुभ है और क्या अशुभ है
इस संसार में क्या शुभ है और क्या अशुभ है
शेखर सिंह
एक अलग सी चमक है उसके मुखड़े में,
एक अलग सी चमक है उसके मुखड़े में,
manjula chauhan
ବାଉଁଶ ଜଙ୍ଗଲରେ
ବାଉଁଶ ଜଙ୍ଗଲରେ
Otteri Selvakumar
ज़माने   को   समझ   बैठा,  बड़ा   ही  खूबसूरत है,
ज़माने को समझ बैठा, बड़ा ही खूबसूरत है,
संजीव शुक्ल 'सचिन'
*गीत*
*गीत*
Poonam gupta
Loading...