Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Jun 2024 · 1 min read

वही वक्त, वही हालात लौट आया;

वही वक्त, वही हालात लौट आया;
इस बार उसने खुद को मेरी जगह पाया।

79 Views

You may also like these posts

ग़ज़ल
ग़ज़ल
Dr. Sunita Singh
कहने को तो बहुत लोग होते है
कहने को तो बहुत लोग होते है
रुचि शर्मा
योग
योग
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
DR arun कुमार shastri
DR arun कुमार shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जिन्दगी जीना बहुत ही आसान है...
जिन्दगी जीना बहुत ही आसान है...
Abhijeet
वसुंधरा का क्रन्दन
वसुंधरा का क्रन्दन
Durgesh Bhatt
"चापलूसी"
Dr. Kishan tandon kranti
सुधार का सवाल है
सुधार का सवाल है
Ashwani Kumar Jaiswal
गुरु चरणों की धूल
गुरु चरणों की धूल
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
The emotional me and my love
The emotional me and my love
Chaahat
इसीलिए तो कहता हूं, संवेदनाएं जिंदा रखो।
इसीलिए तो कहता हूं, संवेदनाएं जिंदा रखो।
नेताम आर सी
Oh, what to do?
Oh, what to do?
Natasha Stephen
प्रयागराज में तैयारी के दौरान की गई पनीर पार्टी कभी भुलाई नह
प्रयागराज में तैयारी के दौरान की गई पनीर पार्टी कभी भुलाई नह
Rituraj shivem verma
अधूरी तमन्ना (कविता)
अधूरी तमन्ना (कविता)
Monika Yadav (Rachina)
...
...
*प्रणय*
सुनअ सजनवा हो...
सुनअ सजनवा हो...
आकाश महेशपुरी
बड़ी हिफाजत से मुझे सौंपा जाएगा,
बड़ी हिफाजत से मुझे सौंपा जाएगा,
Smriti Singh
अधूरा पृष्ठ .....
अधूरा पृष्ठ .....
sushil sarna
सोनपुर के पनिया में का अईसन बाऽ हो - का
सोनपुर के पनिया में का अईसन बाऽ हो - का
जय लगन कुमार हैप्पी
तुम्हें बुरी लगती हैं मेरी बातें, मेरा हर सवाल,
तुम्हें बुरी लगती हैं मेरी बातें, मेरा हर सवाल,
पूर्वार्थ
वक्त लगता है
वक्त लगता है
Vandna Thakur
एक अनार, सौ बीमार
एक अनार, सौ बीमार
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
सावन भादो
सावन भादो
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
हमे निज राह पे नित भोर ही चलना होगा।
हमे निज राह पे नित भोर ही चलना होगा।
Anamika Tiwari 'annpurna '
मां के रूप
मां के रूप
Ghanshyam Poddar
" राजनीति"
Shakuntla Agarwal
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मेरी (ग्राम) पीड़ा
मेरी (ग्राम) पीड़ा
Er.Navaneet R Shandily
हाइकु
हाइकु
Mukesh Kumar Rishi Verma
दुआ
दुआ
Shutisha Rajput
Loading...