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27 May 2024 · 1 min read

नवल वर्ष का नवल हर्ष के साथ करें हम अभिनंदन

नवल वर्ष का नवल हर्ष के साथ करें हम अभिनंदन
विगत वर्ष को अश्रुपूरित हाथ जोड़ सादर वंदन

नीलगगन से नवल लालिमा बिखराता आया दिनकर
मंद चल रही वायु छेड़े सरगम नाच रहे मधुकर

नन्ही नन्ही कलियों ने खोलीं आँखें गुलशन गुलशन

बालक और युवाओं में नये जोश उमंग झलकते हैं
वृद्घ तक रहे बीते सावन जो यादों में बरसते हैं

क्या खोया क्या पाया अब तक मनीषी आज करें चिंतन

झड़ी लगी शुभ आशीशों की चारों ओर दुआएँ हैं
नए साल के साथ हृदय में नए मनोभव आए हैं

उत्सव की तैयारी जग को सज़ा रही जैसे दुल्हन

आशाओं के फूल खिलाता नया वर्ष यूँ आया है
उम्मीदों का सावन बनकर नीलगगन पर छाया है

बन मयूर मन नाचे जैसे सारी धरती हो मधुबन

कंचन

Language: Hindi
74 Views
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