Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 May 2024 · 1 min read

सम्बन्ध

एक साक्षात्कार में साक्षात्कार कर्ता ने एक मजेदार प्रश्न किया- ‘तनख्वाह’ और ‘रिश्वत’ के मध्य क्या सम्बन्ध है?

साक्षात्कार दाता भी बहुत पहुँचा हुआ व्यक्ति था। उन्होंने कहा- ‘सर, वे परस्पर सौतन हैं।’

साक्षात्कार कर्ता ने पूछा- ‘वो कैसे?’ जरा विस्तार से बतलाएँ।’

साक्षात्कार दाता ने बताया- लोग रिश्वत लेने को इसलिए ‘अन्याय’ कहते हैं, क्योंकि वह पत्नी तनख्वाह के अतिरिक्त ‘अन्य आय’ होती है।

साक्षात्कार दाता वांछित पद पर सलेक्ट कर लिया गया।

डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति
भारत भूषण सम्मान प्राप्त
हरफनमौला साहित्य लेखक।

Language: Hindi
3 Likes · 3 Comments · 159 Views
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

-अपनी कैसे चलातें
-अपनी कैसे चलातें
Seema gupta,Alwar
सरस्वती माँ ज्ञान का, सबको देना दान ।
सरस्वती माँ ज्ञान का, सबको देना दान ।
जगदीश शर्मा सहज
समय की प्यारे बात निराली ।
समय की प्यारे बात निराली ।
Karuna Goswami
*प्राकृतिक संगीत*
*प्राकृतिक संगीत*
Shashank Mishra
फ़ुर्सत में अगर दिल ही जला देते तो शायद
फ़ुर्सत में अगर दिल ही जला देते तो शायद
Aadarsh Dubey
3642.💐 *पूर्णिका* 💐
3642.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
Innocent love
Innocent love
Shyam Sundar Subramanian
वर्तमान चोर संत कबीर।
वर्तमान चोर संत कबीर।
Acharya Rama Nand Mandal
Reality of life
Reality of life
पूर्वार्थ
कुछ शब्द
कुछ शब्द
Vivek saswat Shukla
"अन्तरिक्ष यान"
Dr. Kishan tandon kranti
मेरे प्रभु राम आए हैं
मेरे प्रभु राम आए हैं
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
आज कल पढ़ा लिखा युवा क्यों मौन है,
आज कल पढ़ा लिखा युवा क्यों मौन है,
शेखर सिंह
हार फिर होती नहीं…
हार फिर होती नहीं…
मनोज कर्ण
भुक्त - भोगी
भुक्त - भोगी
Ramswaroop Dinkar
जीते जी पानी नहीं
जीते जी पानी नहीं
Sudhir srivastava
दिखता नहीं कहीं भी गांधी, ये कैसी लाचारी है?
दिखता नहीं कहीं भी गांधी, ये कैसी लाचारी है?
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मैं अकेली हूँ...
मैं अकेली हूँ...
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
शाम उषा की लाली
शाम उषा की लाली
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
उस दर पर कोई नई सी दस्तक हो मेरी,
उस दर पर कोई नई सी दस्तक हो मेरी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
नव वर्ष
नव वर्ष
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
तन्हा ख़्याल
तन्हा ख़्याल
प्रकाश कुमार "बाग़ी"
अंदाज़ - ऐ - मुहोबत
अंदाज़ - ऐ - मुहोबत
ओनिका सेतिया 'अनु '
सूरज ढल रहा हैं।
सूरज ढल रहा हैं।
Neeraj Agarwal
झूठ के सागर में डूबते आज के हर इंसान को देखा
झूठ के सागर में डूबते आज के हर इंसान को देखा
इंजी. संजय श्रीवास्तव
उदासीनता के शिखर श्रेष्ठ ने, यूँ हीं तो नहीं अपनाया है।
उदासीनता के शिखर श्रेष्ठ ने, यूँ हीं तो नहीं अपनाया है।
Manisha Manjari
जीवन की रंगीनियत
जीवन की रंगीनियत
Dr Mukesh 'Aseemit'
#लघुकथा
#लघुकथा
*प्रणय*
सितारों की तरह चमकना है, तो सितारों की तरह जलना होगा।
सितारों की तरह चमकना है, तो सितारों की तरह जलना होगा।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
हँसते गाते हुए
हँसते गाते हुए
Shweta Soni
Loading...