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17 May 2024 · 1 min read

रमल मुसद्दस महज़ूफ़

रमल मुसद्दस महज़ूफ़
फ़ाएलातुन फ़ाएलातुन फ़ाइलुन
21222122212
एक बन के वो फरिश्ता आया था
या अदावत साथ रिश्ता आया था
#
देखना टकसाल का हो जादू गर
मेरे हिस्से खोटा सिक्का आया था
#
सोच आउट हूँ उभरती मन ही मन
पर वहीं, किस्मत का छक्का आया था
#
सादगी का तेरी कायल जो हूँ अब
जिंदगी का छोड़ लम्हा आया था
#
दुश्मनी हो बीच जुम्मन अलगू सी
जद _गजब कानून किस्सा आया था
#

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