Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 May 2024 · 1 min read

एहसास ए चाय

इन तारीखों में कुछ तो खास है ना चाय पर हुई उन मुलाकातों के एहसास तुम्हारे भी पास है ना
इन तारीखों में कुछ खास है ना
यूं तुम्हारा लहराते बालों में आना
स्कूटी की चाबी गुस्से में पटकना, और मुझे लेट लतीफ बताना, वो अपने काम गिनवाना, अपने आप को बहुत व्यस्त दिखाना
जल्दी में चाय मेरे हाथ पर गिराना
फिर अपनी चुन्नी से हाथ पोछना, आंसू बहाना
ये एहसास अब भी तुम्हारे पास है ना
इन तारीखों में कुछ तो खास है ना
बच्चों की छुट्टी रखी है तुम्हे मिलने के लिए, ऐसा मुझे जताना, फिर उन बच्चो को शाम को पढ़ना हर मंदिर मस्जिद गुरुद्वारे पर सर झुकाना, सिर्फ मेरे लिए दुआ करना और मुस्कुराना, ऐसे कुछ पल अब भी तुम्हारे साथ है ना
इन तारीखों मे कुछ तो खास है ना
वो सुबह जल्दी उठना आलू के पराठे बनाना, वो अपने स्टूडेंट्स से मुझे भिजवाना लड़ना, झगड़ना बाद मे soory बोलते हुए मुस्कुराना
ये पल अब भी तुम्हारे पास है ना
इन तारीखों में कुछ तो खास है बा
Akash RC Sharma✍️, ©️

Language: Hindi
57 Views

You may also like these posts

4530.*पूर्णिका*
4530.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कश्मीर
कश्मीर
Rekha Drolia
नवजीवन
नवजीवन
Deepesh Dwivedi
हमको मिलते जवाब
हमको मिलते जवाब
Dr fauzia Naseem shad
बादलों की, ओ.. काली..! घटाएं सुनो।
बादलों की, ओ.. काली..! घटाएं सुनो।
पंकज परिंदा
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
संवेदना ही हमारी इन्सानियत है,
संवेदना ही हमारी इन्सानियत है,
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
भेदभाव का कोढ़
भेदभाव का कोढ़
RAMESH SHARMA
इन्तिज़ार,
इन्तिज़ार,
हिमांशु Kulshrestha
बेचैनी सी रहती है सुकून की तलाश में
बेचैनी सी रहती है सुकून की तलाश में
मानसिंह सुथार
मिसाल देते न थकता था,
मिसाल देते न थकता था,
श्याम सांवरा
रौशनी मेरे लिए
रौशनी मेरे लिए
Arun Prasad
स्त्री का सम्मान ही पुरुष की मर्दानगी है और
स्त्री का सम्मान ही पुरुष की मर्दानगी है और
Ranjeet kumar patre
तस्वीर
तस्वीर
seema sharma
जिंदगी ढल गई डोलते रह गये
जिंदगी ढल गई डोलते रह गये
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
जनता का पैसा खा रहा मंहगाई
जनता का पैसा खा रहा मंहगाई
नेताम आर सी
बाबा भीमराव अम्बेडकर परिनिर्वाण दिवस
बाबा भीमराव अम्बेडकर परिनिर्वाण दिवस
Buddha Prakash
"मेरी आवाज सुनो"
Dr. Kishan tandon kranti
गुनाह है क्या किसी से यूँ
गुनाह है क्या किसी से यूँ
gurudeenverma198
*शून्य से दहाई का सफ़र*
*शून्य से दहाई का सफ़र*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
जिस-जिस से पथ पर स्नेह मिला,
जिस-जिस से पथ पर स्नेह मिला,
ruby kumari
करवा चौथ का चांद
करवा चौथ का चांद
मधुसूदन गौतम
सियासी मुद्दों पर आए दिन भाड़ सा मुंह फाड़ने वाले धर्म के स्वय
सियासी मुद्दों पर आए दिन भाड़ सा मुंह फाड़ने वाले धर्म के स्वय
*प्रणय*
बहुत कीमती है पानी,
बहुत कीमती है पानी,
Anil Mishra Prahari
पुरानी यादें, पुराने दोस्त, और पुरानी मोहब्बत बहुत ही तकलीफ
पुरानी यादें, पुराने दोस्त, और पुरानी मोहब्बत बहुत ही तकलीफ
Rj Anand Prajapati
मैं ख़ुद डॉक्टर हूं
मैं ख़ुद डॉक्टर हूं" - यमुना
Bindesh kumar jha
तुम हो तो काव्य है, रचनाएं हैं,
तुम हो तो काव्य है, रचनाएं हैं,
Shreedhar
मगर तुम न आए   ....
मगर तुम न आए ....
sushil sarna
बन्दर इंस्पेक्टर
बन्दर इंस्पेक्टर
विजय कुमार नामदेव
तू ना मिली तो हमने
तू ना मिली तो हमने
VINOD CHAUHAN
Loading...