Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 May 2024 · 1 min read

जीवन का त्योहार निराला।

जीवन का त्योहार निराला।

ढोलक की थापों के भीतर,
शहनाई का राग करुण है,
मरुथल के हिर्दय में बसता,
सपनो का संसार वरुण है,
खिलखिल रंगो के हिरदय में,
छिपा हुआ है रंग इक काला,
जीवन का त्योहार निराला।

ज्योति सभी को देता है पर,
दीपक के नीचे कालिख है,
हम खुद को भगवान समझ लें,
कुछ सबसे ऊपर काबिज़ है,
सूरज की तेजी को सहकर,
जिसने है सूरज को पाला,
जीवन का त्योहार निराला।

सतत ही चलता रहता है ये,
हर पल है इक कल्प सरीखा,
जीवन जीने वालों ने पर,
कितना है इस सच को सीखा,
अंधे कुएं में हम सबने,
अपना जीवन सिक्का डाला,
जीवन का त्योहार निराला।
कुमार कलहंस।

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 77 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Kumar Kalhans
View all

You may also like these posts

*इतरा रहा दीवार पर, टाँगा कलैंडर जो गया (गीत)*
*इतरा रहा दीवार पर, टाँगा कलैंडर जो गया (गीत)*
Ravi Prakash
दुआए
दुआए
Shutisha Rajput
- एक दिन जरूर जीत जाओगे -
- एक दिन जरूर जीत जाओगे -
bharat gehlot
2702.*पूर्णिका*
2702.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
खिंची लकीर पर चलना
खिंची लकीर पर चलना
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
जीवन में...
जीवन में...
ओंकार मिश्र
जीवन पावन प्रेम नदी है
जीवन पावन प्रेम नदी है
महेश चन्द्र त्रिपाठी
जब अपने ही लोग आपके तरक्की से जलने लगे तो ऐसे समाज में सिवाय
जब अपने ही लोग आपके तरक्की से जलने लगे तो ऐसे समाज में सिवाय
Rj Anand Prajapati
उसके कहने पे दावा लिया करता था
उसके कहने पे दावा लिया करता था
Keshav kishor Kumar
"मोड़ आ जाने से"
Dr. Kishan tandon kranti
सजन हमने  लगाई है तुम्हारे  नाम की मेंहदी
सजन हमने लगाई है तुम्हारे नाम की मेंहदी
Dr Archana Gupta
रंग औकात से ज्यादा,,, ग़ज़ल
रंग औकात से ज्यादा,,, ग़ज़ल
Neelofar Khan
तू ज्वाला की तिल्ली हो
तू ज्वाला की तिल्ली हो
उमा झा
🌹 *गुरु चरणों की धूल* 🌹
🌹 *गुरु चरणों की धूल* 🌹
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
তুমি আর আমি
তুমি আর আমি
Sakhawat Jisan
मौत का रंग लाल है,
मौत का रंग लाल है,
पूर्वार्थ
माँ की लाडो
माँ की लाडो
PRATIK JANGID
टूट जाती हैं कगारें
टूट जाती हैं कगारें
Saraswati Bajpai
कभी कभी कहना अच्छा होता है
कभी कभी कहना अच्छा होता है
Rekha Drolia
बात जुबां से अब कौन निकाले
बात जुबां से अब कौन निकाले
Sandeep Pande
बेचैन थी लहरें समंदर की अभी तूफ़ान से - मीनाक्षी मासूम
बेचैन थी लहरें समंदर की अभी तूफ़ान से - मीनाक्षी मासूम
Meenakshi Masoom
ठहरी - ठहरी जिन्दगी,
ठहरी - ठहरी जिन्दगी,
sushil sarna
जी20
जी20
लक्ष्मी सिंह
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - १)
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - १)
Kanchan Khanna
पसंद तो आ गई तस्वीर, यह आपकी हमको
पसंद तो आ गई तस्वीर, यह आपकी हमको
gurudeenverma198
आइए जलते हैं
आइए जलते हैं
Dr. Chandresh Kumar Chhatlani (डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी)
मुक्तक
मुक्तक
पंकज कुमार कर्ण
धूम्रपान ना कर
धूम्रपान ना कर
Prithvi Singh Beniwal Bishnoi
घोर घोर घनघोर घटा की, प्रेम कहानी।
घोर घोर घनघोर घटा की, प्रेम कहानी।
Suryakant Dwivedi
“की एक जाम और जमने दे झलक में मेरे ,🥃
“की एक जाम और जमने दे झलक में मेरे ,🥃
Neeraj kumar Soni
Loading...