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7 May 2024 · 1 min read

अजनबी सा सफ़र

रात का सफ़र ये अजनबी सा सफ़र,
जुगनूएं आवाज़ दे रहे कि रात हुई!!

मुहब्बत की राहों में हम मिले न कभी,
जानें अनजाने में फिर क्या बात हुई!!

सितारों में खोई हुई चमक फिर लौट आई,
लगता है चांद तारों में कोई मुलाकात हुई!!

वो आंगन कब से सुना पड़ा है तेरी राह तकते,
सूखे शजरों में फिर यूं आंसूओं की बरसात हुई!!

©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”

Language: Hindi
87 Views
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