Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 May 2024 · 1 min read

बस जाओ मेरे मन में , स्वामी होकर हे गिरधारी

बस जाओ मेरे मन में , स्वामी होकर हे गिरधारी
धर्म राह पर ले चल मुझको , हे मुरलीधर हे बनवारी

तुम करुणा के सागर मेरे , बस जाओ मन में त्रिपुरारी
चरण कमल तेरे सब अर्पण , जीवन से तारो बनवारी

निष्ठुर होकर भुला न देना , चरण कमल जाऊं बलिहारी
चरण कमल में ले लो हमको , पुण्य करो जीवन गिरधारी

अभिलाषा बस इतनी मेरी , मुझको दरश दे दो बनवारी
मुश्किल में है नैया मेरी , पार लगा दो हे गिरधारी

हे पावन परमेश्वर मेरे , कर दो मुझको तुम संसारी
रत्नाकर सा ह्रदय हो मेरा , कुछ ऐसा कर दो बनवारी

मैं तेरे चरणों में आकर , हो जाऊं बलिहारी
उपकार तेरा मुझ पर हो इतना , हे मुरलीधर हे गिरधारी

तुझको पाकर जीवन मेरा , खिल जाए हो बनवारी
मुझको जीवन पार लगा दो , हे मुरलीधर हे बनवारी

बस जाओ मेरे मन में , स्वामी होकर हे गिरधारी
धर्म राह पर ले चल मुझको , हे मुरलीधर हे बनवारी

अनिल कुमार गुप्ता “अंजुम”

Language: Hindi
1 Like · 147 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
View all

You may also like these posts

इम्तिहान
इम्तिहान
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
देखिए आप अपना भाईचारा कायम रखे
देखिए आप अपना भाईचारा कायम रखे
शेखर सिंह
में बेरोजगारी पर स्वार
में बेरोजगारी पर स्वार
भरत कुमार सोलंकी
अद्वैत
अद्वैत
Dr.Priya Soni Khare
युवतियों को देखकर भटक जाता हूँ रास्ता
युवतियों को देखकर भटक जाता हूँ रास्ता
पूर्वार्थ
अनकहे अल्फाज़
अनकहे अल्फाज़
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
इंसान भी कितना मूर्ख है कि अपने कर्मों का फल भोगता हुआ दुख औ
इंसान भी कितना मूर्ख है कि अपने कर्मों का फल भोगता हुआ दुख औ
PANKAJ KUMAR TOMAR
आपको देखकर _दिल को ऐसा लगा
आपको देखकर _दिल को ऐसा लगा
कृष्णकांत गुर्जर
न्याय करे मनमर्जी ना हो
न्याय करे मनमर्जी ना हो
AJAY AMITABH SUMAN
मेरी कहानी
मेरी कहानी
Seema Verma
तेरा फरेब पहचानता हूं मैं
तेरा फरेब पहचानता हूं मैं
Chitra Bisht
*शीर्षक - प्रेम ..एक सोच*
*शीर्षक - प्रेम ..एक सोच*
Neeraj Kumar Agarwal
" चार पाई"
Dr. Kishan tandon kranti
नींद आंखों में जमी रही, जाने कितने पहर गए
नींद आंखों में जमी रही, जाने कितने पहर गए
चेतन घणावत स.मा.
बेनाम रिश्ते
बेनाम रिश्ते
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
दिल से हमको
दिल से हमको
Dr fauzia Naseem shad
** मैं **
** मैं **
Koमल कुmari
व्यवस्था
व्यवस्था
विशाल शुक्ल
थोड़ा हल्के में
थोड़ा हल्के में
Shekhar Deshmukh
ये दो बूंद अश्रु मेरे.....
ये दो बूंद अश्रु मेरे.....
पं अंजू पांडेय अश्रु
*आदर्शों के लिए समर्पित, जीवन ही श्रेष्ठ कहाता है (राधेश्याम
*आदर्शों के लिए समर्पित, जीवन ही श्रेष्ठ कहाता है (राधेश्याम
Ravi Prakash
HitClub là nhà cái game bài ra mắt tại thị trường Việt Nam v
HitClub là nhà cái game bài ra mắt tại thị trường Việt Nam v
HitClub
जॉन तुम जीवन हो
जॉन तुम जीवन हो
Aman Sinha
खत लिखना
खत लिखना
surenderpal vaidya
जल का अपव्यय मत करो
जल का अपव्यय मत करो
Kumud Srivastava
" REMINISCENCES OF A RED-LETTER DAY "
DrLakshman Jha Parimal
3931.💐 *पूर्णिका* 💐
3931.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
दोहे
दोहे
Aruna Dogra Sharma
उसका प्रेम
उसका प्रेम
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
ব্যাস্ত
ব্যাস্ত
Aminur Rahman
Loading...