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2 May 2024 · 1 min read

जाॅं भी तुम्हारी

ये जाँ भी तुम्हारी ये दिल भी तुम्हारा !
नज़र ने किया है नज़र को इशारा!!

लगा रात दिन जो इसी की लगन में !
क़लम ने उसे ही जहाँ में निखारा !!

बड़ी ही निराली इनायत खुदा की !
हमें है मिला खूबसूरत नज़ारा !!

समय का चलन तो बड़ा ही गज़ब है !
सभी से ये’ जीता किसी से न हारा !!

हमेशा करे जो नुमाया हकीकत !
उसी आइने में है’ खुद को सँवारा !!

मुसाफ़िर करे ये गुज़ारिश सभी से !
वतन में रखो तुम सदा भाईचारा !!

धर्मेंद्र अरोड़ा “मुसाफ़िर”
संपर्क सूत्र:9034376051

Language: Hindi
95 Views

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